Anupamanand Giri Ji Maharaj

With a cow.....

Sivohum Baba

in Yagya....

Hariom Shikshan Students

in Independence Day...

Piplayan

A student of Hariom Ashram

Tuesday 24 March 2015

प्रतिज्ञा, नियम और पालन

1. आश्रम में बच्चो के लाने से पहले अभिभावक स्वंय आकर सम्पर्क करे।

2. आश्रम से बच्चे को घर जाने हेतु 1 वर्श मे केवल 5 दिन की छुट्टी दी जायेगी।

3. बच्चे की एल.आइ.सी या बीमा माता-पिता या अभिभावक को करना पडेगा।

4. आश्रम से बच्चा बिना बताये भाग जाने या गुम हो जाने की दशा मे आश्रम बच्चे की सूचना पुलिस व घर पर देगा। ढुंढने या खोजने की जिम्मेदारी पुलिस व परिवारवालो की होगी। आश्रम अपने समय के अनुसार सहायता करेगा।

5. आश्रम मे रहते हुए बालक को सर्प, बिच्छु, या कोई जंगली या पालतू जानवर के काट जाने की दशा मे या प्राकृतिक आपदा की दशा मे जैसे भूकंप, बाढ, आदि, स्कूल आते जाते समय कोई हादशा हो जाने पर आश्रम से परिवार की कोइ आर्थिक मदद नही की जाएगी।

6. बच्चे से मिलने से पहले अभिभावक आश्रम मे सूचित करेगा, महिने मे एक बार बच्चे से मिला जा सकेगा। बच्चे से सम्बंधित कोइ भी शिकायत हो तो लिखित रूप मे आश्रम को दे सकते है।

7. वाद विवाद का क्षेत्र दे0दून न्यायलय रहेगा।

8. आश्रम की समस्त व्यव्सथाए अनाथ बच्चो के लिए निशुल्क है लेकिन अगर बच्चा बहुत गरीब है या असहाय है तो भी ऐसे बच्चे को आश्रम की समस्त सुविधाय दी जा सकेगी।

9. जिस बच्चे के परिवार की स्थिति ठिक हे और वह भी बच्चे को आश्रम मे रखना चाहता हे तो एसे परिवारो से शुल्क लिया जा सकता है।

10. बिमारी होने ही दशा मे बच्चे का इलाज सरकारी अस्पताल मे कराया जायेगा या इलाज घर पर भेज दिया जायगा जिसके इलाज का खर्च अभिभावक स्वयं करेगा न की आश्रम।

11. आश्रम मे किसी बच्चे के द्वारा चोरी होने या आश्रम के विरूद्ध कार्य करने पर बच्चे को आश्रम से घर भेज दिया जाएगा। घर जाने पर बच्चे के द्वारा आश्रम की कोइ भी हानि किसी भी क्षेत्र में होती हैं तो आश्रम कानूनी कार्यवाही करने मे बाध्य होगा।

12. आश्रम मे रहते हुए बच्चा अपना कार्य नही करता या फिर आचार्य के समझाने या डाटने पर बच्चा भाग जाता है या समता, सहनशिलता न होने के कारण कोइ भी हादशा कर बैठता हैं तो इसका जिम्मेदार वह स्वंय होगा न की आश्रम।

13. आश्रम मे रहते हुए बच्चे को अपने सभी कार्य करने पडेंगे।

14. आश्रम में बच्चे को शुद्ध शाकाहारी भोजन दिया जाएगा।

15. अभिभावक बच्चो को खादय साम्रगी देने से पहले प्रबन्धक को सूचित करे।

16. आश्रम से संचालित कार्यक्रम जैसे भागवत कथा, शोभा यात्रा, धर्म प्रचार, शिक्षा अभियान जैसे कार्याे मे अभिभावक की ओर से कोइ भी हस्तक्षेप नही किया जायगा।

17. आश्रम मे बच्चा आने के बाद 10वी कक्षा तक की पढाई अनिवार्य होगी, बीच मे शिक्षा छोडकर ले जाने पर जबसे बच्चा आश्रम मे आया है तब तक का 2000/-रू प्रति माह की दर से लिया जाएगा।

18. आश्रम मे बच्चा लाने से पहले अभीभावक आश्रम की समस्त वयव्स्थाओ को नियमो को अच्छी तरह से देख ले एंव पढ ले। जब तक आप पूर्ण रूप से संतुश्ट न हो जाए तब तक बच्चे को आश्रम में न लाए।